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चित्रपटाचा प्रीव्ह्यू पाहून 29 वर्षीय निर्मात्याची आत्महत्या

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29 वर्षीय मल्ल्याळम चित्रपट निर्माते अजय कृष्णन यांनी आत्महत्या केल्याने खळबळ उडाली आहे. कोलममधील तिरुमुल्लावरममधल्या निवासस्थानी शनिवारी रात्री अजय यांचा मृतदेह आढळला. प्राथमिक तपासानंतर पोलिसांनी ही आत्महत्या असल्याचा अंदाज मांडला आहे.

आर्थिक कारणांमुळे अजय यांनी आत्महत्या केल्याचा संशय व्यक्त केला जात आहे. ‘अवरुदे रावुकल’ या आगामी चित्रपटाची निर्मिती अजय यांनी केली होती. आत्महत्येपूर्वी त्यांनी चित्रपटाचा प्रिव्ह्यू पाहिला होता. चित्रपटाला कसा प्रतिसाद मिळेल याबाबत अजय चिंताग्रस्त असल्याची माहिती पोलिसांनी दिली आहे. आपली ही चिंता अजय यांनी पालकांकडेही व्यक्त केल्याची माहिती आहे.

अजय यांचा मृतदेह गळफास लावलेल्या अवस्थेत राहत्या घरी आढळून आला. त्यावेळी त्यांचे आई-वडीलही घरीच होते. अजय यांची ही पहिलीच चित्रपट निर्मिती होती. पहिल्याच कलाकृतीवर त्यांनी 4 कोटी रुपये खर्च केल्याचं अजय यांच्या पालकांनी पोलिसांना सांगितलं आहे. अजय यांना एक विवाहित बहिण असून ती परदेशात राहते.
उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन पर बोले सांसद पवन वर्मा- What happened in Uttarakhand ws nothing short of murder of democracy. Must b discussed in Parliament: Pawan Varma MP pic.twitter.com/RE3W9HVkva
* लोकसभा अध्यक्ष ने जब इस विषय को उठाने की अनुमति नहीं दी जब खड़गे अध्यक्ष के आसन के पास मार्शल के बगल में सीढ़ी पर बैठ गये। इस दौरान कांग्रेस सदस्य ‘तानाशाही बंद करो’ के नारे लगा रहे थे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी अपने स्थान से विरोध स्वरूप कुछ बोलते देखा गया लेकिन हंगामे में उनकी बात नहीं सुनी जा सकी। कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के दौरान अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन में प्रश्नकाल की कार्यवाही चलायी। सदस्यों ने सवाल पूछे और संबंधित मंत्रियों ने उनके जवाब दिये।
* उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने का मुद्दा आज लोकसभा में उठा और इस पर गहरी आपत्ति व्यक्त करते हुए कांग्रेस सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे और इस विषय पर बात रखने की अनुमति तत्काल नहीं दिए जाने के विरोध में कांग्रेस नेता मल्लिकाजरुन खडगे सदन में धरने पर बैठ गये।
* अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा, प्रश्नकाल स्थगित नहीं करने का नियम सदन के सदस्यों ने ही बनाया है। इसलिए इस कार्यस्थगन की अनुमति नहीं दी जा सकती। इस विषय को खड़गे जी शून्यकाल के दौरान उठायें। सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकाजरुन खडगे ने कहा, ‘लोकतंत्र की हत्या हुई है और हम इस विषय पर अपनी बात रखना चाहते हैं। यह महत्वपूर्ण मुद्दा है और अध्यक्ष के पास कार्यस्थगन का अधिकार है। अध्यक्ष की ओर से शून्यकाल में बात रखने और प्रश्नकाल चलाने का संकेत देने के बाद कांग्रेस, जदयू और आम आदमी पार्टी सदस्य आसन के समीप आकर सरकार के खिलाफ नारे लगाने लगे। आप सदस्य भगवंत मान को देश के कई हिस्सों में सूखे और किसानों की आत्महत्या के विषय पर कुछ बोलते सुना गया।
* कांग्रेस सांसद ने मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, उत्तराखंड मामला अदालत में विचाराधीन है पर राम मंदिर, इशरत जहां अदालत में विचाराधीन नहीं है? What do you mean #Uttarakhand matter is subjudice? Are Ram Mandir,#IshratJahan etc not subjudice?-Mallikarjun Kharge in Lok Sabha
* उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा, हमने उत्तराखंड संकट पर कुछ नहीं किया, यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है।
* उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन पर कांग्रेस सांसदों का लोकसभा में भी हंगामा। कांग्रेस सांसद के बेल में घरने पर बैठे।
* ​उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने को लेकर विपक्षी दलों के सांसदों ने राज्यसभा में जोरदार हंगामा किया। वे राष्ट्रपति शासन पर बहस की मांग कर रहे थे। विपक्षी सांसदों ने लोकतंत्र के हत्यारे शर्म करो के नारे भी लगाये। राज्यसभा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, देश में लोकतंत्र का अपमान हो रहा है। हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही 2 बजे तक लिए स्थगित कर दी है।
सरकारी सूत्रों ने दावा किया कि वर्ष 1951 से देश में 111 बार राष्ट्रपति शासन लागू हुआ है जिसमें से 91 बार राष्ट्रपति शासन तब लागू हुआ है जब भाजपा या एनडीए सत्ता में नहीं थे। लोकसभा अध्यक्ष ने संसद की सुचारू कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी।
सत्र में 15 बैठकें होंगी जिनमें 90 घंटे कामकाज होगा। इनमें 52 घंटे सरकारी कामकाज के लिए होंगे। सरकार ने इस सत्र के लिए भारी एजेंडा तय किया है जिसमें लोकसभा में 13 विधेयक और राज्यसभा में 11 विधेयक पारित कराना शामिल है।