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उड़ता पंजाब: 89 से 13 कट्स पर आया सेंसर बोर्ड, मूवी में नहीं चाहता 8 शहरों के नाम
उड़ता पंजाब: 89 से 13 कट्स पर आया सेंसर बोर्ड, मूवी में नहीं चाहता 8 शहरों के नाम
मुंबई/दिल्ली. शाहिद-करीना-आलिया की अपकमिंग मूवी ‘उड़ता पंजाब’ को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट में गुरुवार को सुनवाई होगी। सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने बुधवार को कोर्ट को बताया कि उसने फिल्ममेकर्स को 13 कट्स के साथ ‘A’ सर्टिफिकेट देने का सुझाव दिया है। ‘टॉमी’ और ‘चिट्टा वे’ जैसे शब्द, 14 गालियां और पंजाब के आठ शहरों के नाम हटाने की बात कही गई है। इससे पहले सेंसर बोर्ड चीफ पहलाज निहलानी ने मूवी के टाइटल और सब्जेक्ट से पंजाब का नाम हटाने और 89 कट्स के फैसले को वाजिब बताया था। निहलानी ने यह तक कह दिया था कि हां वे मोदी के चमचे हैं। क्या हुआ बुधवार को कोर्ट में…
– फिल्ममेकर अनुराग कश्यप ने बॉम्बे हाईकोर्ट में सेंसर बोर्ड के खिलाफ अपील की है। इसी पर सुनवाई होनी है।
– बुधवार को कोर्ट ने सुनवाई के दौरान बोर्ड को अपना पक्ष रखने को कहा। 13 कट्स के साथ ‘A’ सर्टिफिकेट के सुझाव पर फिल्ममेकर्स गुरुवार को जवाब देंगे।
– इस बीच फिल्म की रिलीज डेट भी 17 जून से जुलाई शिफ्ट कर दी गई है।
– इससे पहले, सेंसर बोर्ड के चेयरमैन पहलाज निहलानी और प्रोड्यूसर अनुराग कश्यप के बीच दिनभर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला।
– अनुराग ने निहलानी पर आरोप लगाए और कहा- “फिल्ममेकर्स को ही क्यों बार-बार ईमानदारी साबित करनी पड़ती है?”
– जवाब में निहलानी ने कहा- “फिल्म में पंजाब के 70% लोगों को ड्रग्स लेते दिखाया गया है। फिल्म बनाने के लिए आम आदमी पार्टी ने पैसे दिए हैं। सीन काटने का फैसला पूरे पैनल का है। सिर्फ मेरा नहीं।”
सेंसर बोर्ड ने इन 13 कट्स को हटाने को कहा है…
1. मूवी की शुरुआत से पंजाब का साइन बोर्ड हटाएं।
2. पंजाब, जालंधर, चंडीगढ़, अमृतसर, तरनतारन, जशनपुरा, अंबेसर, लुधियाना और मोगा के बोर्ड और डायलॉग से इन्हें हटाया जाए।
3. गाना नंबर 1 से ‘चिट्टावे’ शब्द हटाया जाए।
4. गाना नंबर 2 से ‘टॉ दी कॉक जेव्हे चिट्टी चिट्टी’ और ‘कोक’ बडर्स हटाए जाएं।
5. गाना नंबर 3 से सरदार के खुजली करने वाला एक सीन आपत्तिजनक है।
6. 14 गालियों को हटाने का सजेशन दिया गया है।
7. ‘इलेक्शन’, ‘एमपी’, ‘पार्टी’, ‘एमएलए’, ‘पंजाब’ ,’पार्लियामेंट’ शब्द हटाए जाएं।
8. ड्रग्स के लिए इंजेक्शन लेते हुए क्लोजअप शॉट हटाने को कहा गया है।
9. भीड़ के सामने टॉमी सिंह के किरदार के यूरीन करने वाले सीन हटाने का सजेशन है।
10. ‘जमीन बंजर ते औलाद कंजर’, इस लाइन को हटाया जाए।
11. कुत्ते का नाम जैकी चैन नहीं होना चाहिए, इस डायलॉग को बदला जाए।
12. पहला डिस्क्लेमर ऑडियो/वीडियो में होना चाहिए और वह कुछ इस तरह से हो, ”मूवी ड्रग्स के बढ़ते असर और इसके खिलाफ चल रही लड़ाई को दिखाती है। हम मानते हैं कि इसके लिए सरकार और पुलिस कोशिशें कर रही हैं। मगर ये लड़ाई लोगों के सहयोग के बिना नहीं जीती जा सकती।”
13.ऑडियो/वीडियो में दूसरा डिस्क्लेमर मूवी फिक्शन के बारे में होना चाहिए।
निहलानी ने कहा, हां बिल्कुल, हूं मैं मोदी का चमचा
– अकाली-भाजपा के दबाव में फिल्म में काट-छांट के आरोप के बाद देर शाम निहलानी ने एक टीवी चैनल पर सवाल किया गया कि लोग आपको पीएम मोदी का चमचा कहने लगे हैं, क्या ये बात सही है।
– निहलानी बोले- ‘हां बिल्कुल, हूं मैं मोदी का चमचा। मुझे कोई आपत्ति नहीं है, क्योंकि अगर एक आदमी काम अच्छा कर रहा है और मैं उसके लिए अच्छा कर रहा हूं। अपने पीएम का चमचा नहीं होऊंगा तो क्या इटली के पीएम का चमचा होऊंगा।’
– इससे पहले सुबह उन्होंने अनुराग को जवाब देते हुए कहा था कि फिल्म में जितने कट्स लगाने को कहे गए हैं, उन्हें लगाकर आएं, सर्टिफिकेट मिल जाएगा।
आप का आरोप, मोदी- बादल के कहने पर अटकाई फिल्म
– आम आदमी पार्टी ने पहलाज निहलानी के इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है कि फिल्म के प्रोड्यूसर अनुराग कश्यप के आप से रिश्ते हैं और इस फिल्म के लिए उन्हें पार्टी की तरफ से पैसे मिले हैं।
– आप नेता आशीष खेतान ने बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में आरोप लगाया- “इस पूरे विवाद के पीछे मोदी और प्रकाश सिंह बादल हैं।”
– ” पहलाज निहलानी को मोदी और बादल ने कहा है कि इस फिल्म को रिलीज मत होने दो, क्योंकि ऐसा होने से ड्रग्स का मुद्दा सबके सामने जाएगा। जाहिर है पंजाब चुनाव पर भी इसका असर पड़ेगा। ऐसे में बादल हर हाल में फिल्म रुकवाना चाहते हैं।”
अमिताभ ने किया मूवी का बचाव
– कंट्रोवर्सी पर अमिताभ ने भी अनुराग का बचाव किया। कहा- ” किसी भी फिल्म में कांट-छांट करने के बजाए फिल्म का प्रमाणन करना चाहिए। कलाकारों को रचनात्मकता की छूट होनी चाहिए।’
– इससे पहले इंडियन फिल्म एंड टीवी डायरेक्टर्स एसोसिएशन ने फिल्म का सपोर्ट किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में महेश भट्ट, अनुराग कश्यप, सतीश कौशिक और जोया अख्तर के अलावा कई प्रमुख फिल्ममेकर्स मौजूद थे।
– महेश भट्ट ने कहा, “हमारा देश सऊदी अरब में तब्दील नहीं हो सकता, जहां समृद्धि तो बहुत ज्यादा है, लेकिन अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है।”