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EXCLUSIVE: सऊदी अरब की जेल में बंद 2000 से ज्यादा भारतीय मजदूर, पीएम मोदी से लगाई रिहाई की गुहार

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जेल में बंद भारतीय मजदूर

हिंदुस्तान से सऊदी अरब गए 2000 से ज्यादा लोगो को वहां की पुलिस ने वैध वीजा और पासपोर्ट होने के बावजूद एक महीने से अधिक से जेद्दा की जेल में कैद कर रखा है. कुछ लोगों ने सऊदी अरब में भारतीय दूतावास से भी गुहार लगाई है, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी है.

इसके बाद कुछ पीड़ितों ने ‘आज तक’ से बात करते हुए व्हाट्स ऐप के जरिए वीडियो भेजकर पीएम मोदी और विदेश मंत्री से अपनी रिहाई की गुहार लगाई है. इन भारतीयों का कहना है की हम लोगों को हमारे पुराने कंपनी के मालिकों ने कई महीनों तक सैलरी नहीं दी तो हम लोग अलग-अलग दूसरी कंपनियों में काम करने लगे. एक दिन अचानक वहां की पुलिस हम लोगों को गिरफ्तार करके इस जेल में ले आई.

पुलिस का कहना है की उन पर सरकार की तरफ से 10,000 रियाल (लगभग 1,80,000 भारतीय रुपये) का ‘गरामा’ यानि जुर्माना लगाया है. इसका मतलब यह है की आप पहले वाली कंपनी से बिना पासपोर्ट वापस लिए अगर किसी और कंपनी में भागकर काम करते हैं तो सरकार जुर्माना लगा गिरफ्तार कर लेती है, और फिर उसे जुर्माना न देने पर उसे वापस उसके देश वापस भेज दिया जाता है.

किसी तरह विडियो बनाकर ‘आज तक’ से किया संपर्क
‘आज तक’ से बात करते हुए यूपी के सहारनपुर के मो. इब्राहिम और पंजाब के होशियारपुर के सुखदीप सिंह नामक मजदूर ने बताया की सऊदी में भारतीय दूतावास के अधिकारियों को भी कई बार अपना दर्द बताया लेकिन किसी ने अब तक उनकी नहीं सुनी. इन लोगों को जेद्दा की जेल में बैरक नंबर 79 में रखा है. इनके अलावा और जो लोग हैं, उन्हें अलग-अलग बैरकों में रखा गया है.

इनका कहना है एक बैरक के कमरे में 64 लोगों को रहने का प्रावधान है, लेकिन 140 से ज्यादा लोगों को डाल दिया है. उधर जेल के अधिकारी कह रहे हैं की भारतीय दूतावास चाहेगा तब उसकी रिहाई हो पाएगी.

ऐसे में रिहाई की उम्मीद लगाए भारतीय मजदूरों ने वीडियो बनाकर पीएम और विदेश मंत्री से रिहाई की मदद की अपील की है.