दुनिया
ताइवान में 57 साल में सबसे ताकतवर तूफान, 370km की रफ्तार से चलीं हवाएं
इस तूफान के चलते ताइवान में पांच लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।
दक्षिणी ताइवान में इस साल के सबसे ताकतवर सुपर तूफान मेरांटी ने तबाही मचा दी। इस तूफान के चलते पांच लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। तूफान के कारण ताइवान के कुछ हिस्सों में जनजीवन ठहर गया। तूफान के कारण 2.60 लाख से ज्यादा घरों की बिजली चली गई। आर्मी के करीब चार हजार जवान रेस्क्यू में लगे हैं। करीब 370 Kmph की रफ्तार से हवाएं चलीं। बता दें कि 57 साल में यह सबसे ताकतवर तूफान है। 24 घंटे में सुपर तूफान में बदला…
– वेदर डिपार्टमेंट ने बताया कि रविवार तक इसकी स्पीड लो कैटेगरी के तूफान जैसी थी, लेकिन 24 घंटे में यह सुपर तूफान में तब्दील हो गया। ऐसे तूफान 24 घंटे तक 370 किमी प्रति घंटे की रफ्तार बनाए रखते हैं।
– पूरी दुनिया में इस साल आए तूफानों में ये अब तक का सबसे बड़ा तूफान है। चीन की तरफ बढ़ रहे इस तूफान की रफ्तार 350 किलोमीटर प्रति घंटा है, जो फॉर्मूला वन रेस कार की रफ्तार से भी ज्यादा है।
– ताइवान में स्पीड की वजह से समंदर में 14 मीटर या फिर उससे भी ऊंची लहरें उठीं। बंदरगाहों पर लोहे के भारी भरकम कार्गो कंटेनर पत्तों की तरह उड़ते देखे गए।
– ताइवान में 1959 के बाद अब तक का सबसे ताकतवर तूफान है। इसकी रफ्तार 165 Kmph थी।
370 उड़ानें रद्द, 130 मकान ध्वस्त
– 2.60 लाख घरों की बिजली गुल हो गई। 130 मकान ध्वस्त हो गए।
– सैकड़ों पेड़ों के गिरने की खबर है। वहीं, सड़कों पर लाइट पोलों के गिरने से ट्रैफिक प्रभावित हुआ। 370 फ्लाइट्स को रद्द करना पड़ा।
चीन की ओर बढ़ा, रेड अलर्ट, तट खाली कराए गए
– इस तूफान के अगले 24 घंटे में चीन की तरफ बढ़ने के आसार हैं। गुरुवार को मेरांटी तूफान गुआंगडॉन्ग और फुजियान राज्यों में दस्तक देगा।
– मोरांटी से निपटने के लिए चीन के छह राज्य अलर्ट पर हैं।
– साउथ चीन के नॉर्थ-ईस्ट कोस्टल एरिया में 44 फीट ऊंची लहरें उठने का अलर्ट जारी किया है।
क्यों हो जाते हैं ये तूफान इतने पावरफुल
– वेदर डिपार्टमेंट के मुताबिक, हर साल इस वक्त तूफान आते हैं। जब ये तूफान प्रशांत महासागर में गर्म लहरों से होकर गुजरते हैं, तो इनकी ताकत कई गुना बढ़ जाती है।
– दो महीने पहले भी ताइवान में नेपार्टक तूफान आया था। इससे पहले 2009 में भी मोराकोट तूफान ने भारी तबाही मचाई थी, जिसमें करीब 700 लोग मारे गए थे।