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राजनीति
मुलायम परिवार में कलह से समाजवादी पार्टी को होगा नुकसान: शीला दीक्षित

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उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने रविवार को कहा कि मुलायम सिंह यादव के परिवार में बढ़ती कलह के कारण सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी को राज्य में अगले साल होने वाले चुनाव में बहुत अधिक खामियाजा भुगतना पड़ेगा और उसके कई वरिष्ठ नेता कांग्रेस में शामिल होने के लिए पार्टी के संपर्क में हैं.
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने रविवार को कहा कि मुलायम सिंह यादव के परिवार में बढ़ती कलह के कारण सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी को राज्य में अगले साल होने वाले चुनाव में बहुत अधिक खामियाजा भुगतना पड़ेगा और उसके कई वरिष्ठ नेता कांग्रेस में शामिल होने के लिए पार्टी के संपर्क में हैं.
एक इंटरव्यू में शीला दीक्षित ने कहा, ‘‘बहुत ऐसे लोग हैं जो कांग्रेस में आना चाहते हैं क्योंकि वे बीजेपी या बीएसपी में नहीं जा सकते.’’ जब उनसे पूछा गया कि क्या समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता भी कांग्रेस के संपर्क में हैं, तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि वरिष्ठ के साथ-साथ मध्य स्तर और स्थानीय नेता भी इसमें शामिल हैं. उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग समाजवादी पार्टी की बन रही छवि से निराश हैं वे निश्चित तौर पर विकल्प की तलाश में हैं और कांग्रेस ही एकमात्र विकल्प है.’’

शीला दीक्षित ने साथ ही दावा किया कि एसपी के कई विधायक कांग्रेस के संपर्क में आने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘उनमें से कई पहले से ही संपर्क में है. सार्वजनिक तौर वे अभी ऐसा नहीं कर रहे हैं.’’

अखिलेश के लिए झटका है यह घोषणा

समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल यादव और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच मतभेद के कारण समाजवादी पार्टी में मनमुटाव बढ़ा है. इन सबके बीच मुलायम ने शुक्रवार को कहा कि साल 2017 के चुनाव के बाद अगर समाजवादी पार्टी फिर से सरकार बनाने की स्थिति में होगी, वैसे में ही मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा की जायेगी. यह घोषणा अखिलेश के लिए झटका माना जा रहा है जिन्हें हाल ही में समाजवादी पार्टी के राज्य प्रमुख के पद से हटा दिया गया था.

इससे बहुत अधिक बढ़ गयी हैं लोगों की उम्मीदें

इस बारे में पूछे जाने पर शीला ने कहा, ‘‘बिल्कुल (समाजवादी पार्टी में कलह) मदद मिलेगी. यह उनके लिए हानिकारक होगा क्योंकि वह पार्टी सत्ता में है. घोटालों और मतभेद से उनको मदद नहीं मिलेगी.’’ चुनाव को लेकर कांग्रेस की तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि राज्य भर में पार्टी में बड़ा बदलाव आया है और इससे लोगों की उम्मीदें बहुत अधिक बढ़ गयी हैं.

जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें ब्राह्मण होने के कारण मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार चुना गया तो शीला ने कहा कि यह एक कारण हो सकता है लेकिन असली कारण दिल्ली में मेरा प्रदर्शन है.