Menu

देश
नहीं रहीं ‘अम्मा’, अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भारी भीड़, PM मोदी जाएंगे चेन्नई

nobanner

तमिलनाडु की सीएम जयललिता का निधन हो गया है. देश ने एक बड़ा नेता खो दिया है. 75 दिन अस्पताल में रहने के बाद जयललिता ने चेन्नई के अपोलो अस्पताल में आखिरी सांस ली. जयललिता का पार्थिव शरीर फिलहाल राजाजी हॉल में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है.

LIVE UPDATES:

केंद्र सरकार ने एक दिन के राजकीय शोक का एलान कियाजयललिता के निधन से समर्थकों में पसरा मातम, लगातार रो रहे हैं समर्थक

द्रमुक प्रमुख एम करूणानिधि ने जयललिता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी ख्याति हमेशा बरकरार रहेगी.जयललिता को अंतिम विदाई देने के लिए चेन्नई जाएंगे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधीबाबा साहब आंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद जयललिता को आखिरी विदाई देने के लिए चेन्नई रवाना होंगे प्रधानमंत्री मोदी, अंतिम संस्कार में होंगे शामिल

जयललिता को श्रद्धांजलि अर्पित करने केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू राजा जी हॉल पहुंचे.मरीना बीच पर एमजीआर समाधि के पास शाम 4:30 बजे होगा जयललिता का अंतिम संस्कार

अम्मा को आखिरी विदाई देने के लिए राजा जी हॉल के पास भारी संख्या में समर्थक जमा हुएजयललिता का पार्थिव शरीर कुछ देर पहले उनके घर पोएस गार्डन से राजाजी हॉल ले जाया गया है. यहीं पर उनके अंतिम दर्शन होंगे.

तमिलनाडु में लोग मातम में हैं.. जयललिता की मौत की जैसे ही खबर मिली लोग रोने लगे. चेन्नई की सड़कों पर जयललिता के समर्थक परेशान

जयललिता के निधन के मद्देनजर तमिलनाडु में सात दिन के राजकीय शोक का एलान कर दिया गया है. मुख्य सचिव पी राम मोहन राव ने एक अधिसूचना में कहा कि इस अवधि में सभी सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा.

अपोलो अस्पताल ने बीती रात एक बयान जारी करके बताया कि 68 वर्षीय जयललिता को रविवार की शाम गंभीर दिल का दौरा पड़ा था और आज रात साढ़े ग्यारह बजे उनका निधन हो गया. उन्हें गत 22 सितंबर को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया था और उसके बाद वह कभी उबर नहीं सकीं

उनके निधन की घोषणा के दो घंटे बाद तेजी से राजनैतिक परिवर्तन के तहत उनके वफादार ओ पनीरसेल्वम को राजभवन में एक सादे समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई. पूर्ववर्ती जयललिता मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई.

पनीरसेल्वम दो बार पहले भी जयललिता की जगह पर मुख्यमंत्री बने थे, जब उन्हें भ्रष्टाचार के मामलों में दोषी ठहराया गया था. सितंबर में अपोलो अस्पताल में भर्ती किए जाने के बाद जयललिता के पास जिन विभागों का प्रभार था उन्हें राज्य के वित्त मंत्री के तौर पर पनीरसेल्वम को सौंपा गया था.

जब जयललिता के निधन की घोषणा हुई उस दौरान पार्टी मुख्यालय पर जयललिता के उत्तराधिकारी के तौर पर पनीरसेल्वम को चुनने के लिए अन्नाद्रमुक विधायकों की बैठक हुई.