राजनीति
नोटबंदी पर संसद में हंगामा, लोकसभा कल तक के लिए और राज्यसभा 2 बजे तक स्थगित
चार दिनों की छुट्टी के बाद आज संसद में एक बार फिर नोटबंदी पर हंगामा हुआ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में विपक्ष ने लोकसभा में जमकर हंगामा किया. जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही आज पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई है. वहीं राज्यसभा में भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा. जिसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
लोकसभा में मोदी सरकार के गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू पर घोटाले के आरोपों पर भी विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही पहले 12 बजे तक स्थगित कर दी गई. विरोधी पूरे मामले की जांच की मांग कर रहे हैं.सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस, वामदलों समेत विपक्षी दलों ने किरण रिजिजू समेत कुछ अन्य मुद्दों को उठाया. वामदलों के सदस्य अपनी मांग को उठाते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए.सत्ता पक्ष के कुछ सदस्य प्रश्नकाल से जुड़ी प्रश्नसूची दिखा कर कुछ कह रहे थे लेकिन शोर शराबे में उनकी बातें नहीं सुनी जा सकी.विपक्षी सदस्य एक अखवार की प्रति दिखा रहे थे जिसमें किरण रिजिजू से जुड़े विवाद से संबंधित खबरें प्रकाशित थी.अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने हंगामे में एक प्रश्न लिया और संबंधित मंत्री ने उसका उत्तर दिया. हालांकि हंगामा जारी रहने पर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही कुछ ही मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी.सदन में आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मौजूद थे. इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरूण जेटली आदि भी मौजूद थे.16 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद लोकसभा की कार्यवाही नोटबंदी के मुद्दे पर बाधित रही है.सूचना और प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा था कि प्रधानमंत्री शीतकालीन सत्र के बाकी तीन दिन संसद में मौजूद रहेंगे और जरूरत पड़ने पर किसी भी सदन में कार्यवाही में शामिल हो सकते हैं
संसद की कार्यवादी शुरु होने से पहले आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के चेंबर में अपने वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक की. इस बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली, अनंत कुमार और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर भी मौजूद थे.
क्या हैं रिजिजू पर आरोप ?
गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू पर कांग्रेस ने चार सौ पचास करोड़ के घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया है. विवाद की जड़ में है अरुणाचल प्रदेश में बन रहा एक हाइड्रो प्रोजेक्ट जिसमें गृह राज्यमंत्री के रिश्तेदार ठेकेदार हैं. रिजिजू ने कांग्रेस के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा है, ‘आरोप लगाने वाले वहां जाएंगे तो चप्पल खाएंगे’. वहीं ऊर्जा मंत्रालय के तहत काम करने वाले नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक कॉरपोरेशन यानी NEEPCO ने भी इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
रिजिजू पर जिस हाइड्रो प्रोजेक्ट के घोटाले में शामिल होने का आरोप लगा है, वो उनके गृह राज्य अरूणाचल प्रदेश में बन रहा है और उसमें रिजिजू के रिश्तेदार ठेकेदार हैं. कांग्रेस का आरोप है कि रिजिजू के रिश्तेदार ने ठेके में कई तरह के फर्जीवाड़ा किया है. जैसे- बोल्डर ढोने के लिए जिन गाड़ियों का नंबर दिखाया गया है, वो नंबर असल में कार, मोटरसाइकिल और स्कूटर के थे. बोल्डर असल में केवल पांच किलोमीटर की दूरी से लाया जा रहा था, लेकिन बिल में दूरी 80 किलोमीटर दिखाया गया है ताकि ज्यादा बिल बनाया जा सके.