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मुलायम-शि‍वपाल-अखिलेश के बीच एक घंटे चली मीटिंग, जानें क्या-क्या हुआ

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अखिलेश समर्थकों के टिकट कटने के बाद गुरुवार को तेजी से घटनाक्रम बदला है. टिकट से बेदखल अपने समर्थक मंत्रियों और विधायकों का दर्द सुनने के बाद अखिलेश यादव दिन के एक बजे मुलायम सिंह से मिलने पहुंचे. दोनों पिता-पुत्र के बीच हुई 1 घंटे मीटिंग के बाद शिवपाल यादव को बुलाया गया जहां तीनों के बीच 1 घंटे की मीटिंग और हुई और कुछ नामों पर पुनर्विचार के आश्वासन के बाद पहले अखिलेश यादव् निकले और फिर शिवपाल यादव.

इस बीच अखिलेश ने अपने समर्थक उम्मीदवारों को अलग से चुनाव लड़ने को कहा है. इसको लेकर बकायदा अखिलश यादव अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने में जुट गए हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही वो अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करेंगे.

वो बड़ी बातें जो मुलायम और अखिलेश के बीच हुई.

नाराज़ और खिन्न अखिलेश ने पहले लिस्ट में समर्थकों के नाम काटने की वजह पूछी तो नेताजी ने कहा उनके मुताबिक वो सभी हार रहे हैं.
अखिलेश ने कहा कि उनकी जीत की गारंटी मेरी है आपको मेरे चुनाव पर यकीन करना चाहिए था.
फिर अखिलेश यादव ने पहले मुलायम सिंह यादव को उन मंत्रियो और विधायको की नाराज़गी से अवगत कराया जिनका टिकट कटा है.
अखिलेश ने अपने मोबाइल से इनमें से दो मंत्रियों रामगोविंद चौधरी और अरविन्द सिंह गोप से मोबाइल से नेताजी की बात कराई.
नेताजी ने उन्हें समझाया और बताया कि सर्वे रिपोर्ट उनके खिलाफ है.
अखिलेश ने कहा कि उनकी सर्वे के मुताबिक ये सभी जिताऊ उम्मीदवार हैं.
तब शिवपाल यादव को उस सर्वे रिपोर्ट के साथ बुलाया गया जिस आधार पर टिकट काटे गए.
बाद में अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव के सर्वे रिपोर्ट पर सवाल उठाये जिसे आधार बनाकर उनके समर्थको के टिकट काटे गए.
अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह यादव को सपने सर्वे रिपोर्ट का हवाला दिया जिसमें इन नेताओं की जीत बताई गई है.
तीनों की मीटिंग में अखिलेश ने कहा- मुझे वो सर्वे की रिपोर्ट दिखा दीजिये जिसमें अतुल प्रधान, पवन पाण्डेय, संग्राम सिंह यादव, रामगोविंद चौधरी और अरविन्द सिंह गोप के हारने की बात है.
अखिलेश ने कहा, मैंने जो सर्वे करवाया है उसमे वो जीत रहे हैं.
अखिलेश मजबूती से अपने समर्थको का बचाव किया.
आखिर में मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव और शिवपाल यादव दोनों की सर्वे रिपोर्ट देखी और कुछ नामों पर पुनर्विचार का भरोसा दिया.
बहरहाल अखलेश यादव और मुलायम से हुई बातचीत का ब्यौरा लेकर वापस अपने समर्थकों के पास आये लेकिन फिलहाल उनके पास मुलायम सिंह के अगले कदम के इन्तजार के अलावा कोई और चारा नहीं है.



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