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आतंकी सैफुल्लाह के मारे जाने के बाद अब आतंक के तार की तलाश, बॉस जीएम खान पकड़ से बाहर

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लखनऊ एनकाउंटर में यूपी एटीएस ने सैफुल्लाह को तो मार गिराया, उसके कई साथियों को पकड़ लिया लेकिन सैफुल्लाह जिस ग्रुप का सदस्य था, उसका सरगना अभी भी पकड़ से बाहर है. हैरान करने वाली बात तो ये है कि इस ग्रुप का सरगना एयरफोर्स में काम कर चुका है. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह आज संसद में एनकाउंटर पर बयान देने वाले हैं.

सैफुल्लाह को आतंकी बनाने वाला कहां है ?

लखनऊ में आतंकी सैफुल्लाह को 11 घंटे तक चले एनकाउंटर के बाद यूपी एटीएस ने मार गिराया था. भारी मात्रा में हथियार और बम बनाने का सामान इसके पास मिला, लेकिन इन सबके अलावा हैरान करने वाली बात ये है कि जिस ग्रुप का सैफुल्लाह सदस्य था उसका सरगना अभी तक पकड़ में नहीं आया है.

एयरफोर्स में काम कर चुका है फरार जीएम खान

ग्रुप के मुखिया का नाम जीएम खान है. जीएम खान कानपुर का ही रहने वाला है. एयरफोर्स में काम कर चुका है और अब फरार है. जीएम खान की तलाश में पुलिस कानपुर में उसके घर भी पहुंची थी, लेकिन घर बंद मिला. पड़ोसियों के मुताबिक वो लोगों से ज्यादा मिलता जुलता नहीं था.

NIA को सौंपी जा सकती है जांच

यूपी पुलिस ने गृहमंत्रालय को एफआईआर की कॉपी और पूरे मामले की रिपोर्ट भेज दी है. गृहमंत्रालय अब इसके आधार पर आगे की कार्रवाई पर विचार करेगा. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह आज संसद में इस पर बयान देंगे. खबर आ रही हैं कि इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी जा सकती है.

IS की विचारधारा से प्रभावित था सैफुल्लाह

वहीं यूपी पुलिस के मुताबिक मारे गए आतंकी सैफुल्लाह और उसके साथियों का सीधा-सीधा कनेक्शन आतंकी संगठन आईएस से नहीं पाया गया है, बल्कि सोशल मीडिया और इंटरनेट के ज़रिए वो संगठन की विचारधारा से प्रभावित थे.

सैफुल्लाह या उसके साथी भले ही आतंकी संगठन आईएस से सीधे ना जुड़े हुए हों, लेकिन उसकी विचारधारा पर चलते हुए आतंकी बन जाना देश के लिए बड़े खतरे का इशारा कर रहा है.