अपराध समाचार
17 साल में 2000 युवाओं को पैसे लेकर आर्मी में भर्ती कराया
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- May 25, 2017
- By admin
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सेना में गारंटी से भर्ती कराने की बात कहकर अभ्यर्थियों से लाखों रुपए लेने वाले गिरोह के सदस्य पिछले 17 साल से यह धंधा कर रहे हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि उन्होंने अब तक करीब 2 हजार युवाओं को सेना में भर्ती कराया है। आरोपियों में शामिल महेंद्र ओला ने जयपुर के माचडा में बालाजी डिजिटल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट खोला हुआ है। इस इंस्टीट्यूट में आर्मी के रिटायर्ड अफसरों को रखा हुआ है।
इसके अलावा आरोपी सुनील व्यास ने भी बैनाड रेलवे स्टेशन के पास एनसीसी डिफेंस एकेडमी के नाम से इंस्टीट्यूट खोल रखा है। अब एटीएस आर्मी के इन रिटायर्ड अफसरों को पूछताछ के लिए बुलाएगी। मामले में गिरफ्तार नोखा बीकानेर के अर्जुन सिंह, जयपुर के मुरलीपुरा निवासी नंदसिंह व महेन्द्र सिंह ओला को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से पूछताछ के लिए उन्हें पांच दिन के रिमांड पर भेज दिया गया।
एक अन्य आरोपी सुनील व्यास के पास मिली आर्मी कैंटीन की 24 शराब की बोतलों के मामले में हरमाड़ा थाना पुलिस पूछताछ कर रही है। उसने ये बोतलें सेना से रिटायर्ड इंद्रसिंह से लेने की बात कही है। एटीएस इस बात की जांच भी कर रही है कि सेना में भर्ती कराने में आरोपियों के आर्मी में किस-किस से संबंध थे। प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों ने रिटायर्ड आर्मी अफसरों से संपर्क होने की बात कही है।
साथ ही बताया कि वे अच्छे नंबर वाले युवकों को भर्ती का झांसा देकर मोटी रकम या ऑरिजनल दस्तावेज ले लेते थे। इसके बाद भर्ती होने पर रुपए ले लेते थे और भर्ती नहीं हुआ तो रुपए व दस्तावेज लौटा देते थे। महेंद्र आर्मी के रिटायर्ड अफसरों माध्यम से ट्रेनिंग कराने का झांसा देता था और युवकों से एक लाख रुपए तक लेकर वह ऐसे युवकों को टटोलता था, जो आसानी से झांसे में आ जाए।
ऐसे युवकों से वह दो से तीन लाख रुपए तक लेता था। गिरोह के सदस्यों के पास से सौ से अधिक युवकों के ऑरिजनल दस्तावेज बरामद किए गए हैं। ये सभी युवक उदयपुर में चल रही सेना भर्ती में भाग ले रहे हैं।
आरोपी नंद सिंह के घर से एटीएस ने पौने दो करोड़ रु. बरामद किए हैं। एटीएस ने जब पूछताछ की तो बताया कि गत दिनों जमीन बेची थी, मगर कौनसी जमीन बेची थी यह नहीं बता पा रहा। यह राशि युवाओं से लिए जाने का संदेह है।