व्यापार
मई में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन घटकर 1.7 फीसदी हुआ
इकोनॉमी के इंडस्ट्रियल मोर्चे से बुरी खबर आई है और इंडस्ट्री की ग्रोथ को झटका लगा है. मई में देश की औद्योगिक उत्पादन दर में कमी आई है और ये घटकर 1.7 फीसदी रही है. अप्रैल में आईआईपी ग्रोथ 2.8 फीसदी रही थी. ये उत्पादन दर नवंबर 2016 के बाद से सबसे निचले स्तरों पर है. अप्रैल में आईआईपी ग्रोथ 3.1 फीसदी से संशोधित कर 2.8 फीसदी की गई है. देश का औद्योगिक उत्पादन घटकर 1.7 फीसदी हुआ है जो पिछले साल मई के मुकाबले तो भारी गिरावट है. मई 2016 में देश की आईआईपी (इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन) की विकास दर 8 फीसदी थी.
देखें सेक्टरवार इंड्स्ट्रियल प्रोडक्शन
मई में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ घटकर 1.2 फीसदी रही है जो अप्रैल में 2.6 फीसदी रही थी.मई में माइनिंग सेक्टर की ग्रोथ घटकर -0.9 फीसदी रही है जो अप्रैल में 4.2 फीसदी रही थी.मई में इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर की ग्रोथ घटकर 8.7 फीसदी रही है जो अप्रैल में 5.4 फीसदी रही थी.मई में कैपिटल गुड्स का उत्पादन घटकर -3.9 फीसदी रहा है जो अप्रैल में -1.3 फीसदी रहा था.मई में इंटरमीडिएट गुड्स का उत्पादन घटकर 0.7 फीसदी रहा है जो अप्रैल में 4.6 फीसदी रहा था.मई में कंज्यूमर ड्युरेबल्स का उत्पादन बढ़कर -4.5 फीसदी रहा है जो अप्रैल में -6 फीसदी पर था.मई में कंज्यूमर नॉन-ड्युरेबल्स का उत्पादन घटकर 7.9 फीसदी रहा है जो अप्रैल में 8.3 फीसदी रहा था.
महंगाई के मोर्चे पर अच्छी खबर
वहीं महंगाई के मोर्चे पर अच्छी खबर आई है कि रिटेल महंगाई दर में और कमी आई है. जून में रिेटेल महंगाई दर यानि सीपीआई घटकर 1.54 फीसदी रही है. मई में रिटेल महंगाई दर 2.18 फीसदी रही थी. महीने दर महीने आधार पर जून में कोर महंगाई दर 4.2 फीसदी से घटकर 3.8 फीसदी रही है