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यूपी विधानसभा में 150 ग्राम PETN विस्फोटक मिला, योगी का साजिश की ओर इशारा

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योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा कि सुरक्षा सिर्फ सरकार की जिम्मेदारी नहीं है. उन्होंने कहा कि 12 जुलाई को बजट सत्र के दौरान कोई भी विधायकों के अलावा कोई नहीं आ सकता है. लेकिन नेता विपक्ष की सीट के पास विस्फोटक मिलना चिंता का विषय है. योगी ने मांग की इस मामले की जांच NIA करें.

योगी ने कहा कि फॉरेंसिक जांच के बाद पता चला कि ये एक विस्फोटक है, पूरे विधानसभा को उड़ाने के लिए मात्र 500 ग्राम विस्फोटक की आवश्यकता है. यहां विस्फोटक मिलना चिंता की बात है. योगी ने कहा कि विधानसभा में 150 ग्राम विस्फोटक एक पुड़िया में मिला है.

उन्होंने कहा कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए किसी एक व्यक्ति विशेष के लिए सुरक्षा में कोई छूट नहीं दे सकते हैं. इस विस्फोटक का सामान्य रूप से पता नहीं लग सकता है. डॉग स्कवॉयड भी इसे सूंघने में सफल नहीं हो पा रहा था, ये एक साजिश है. मैं चाहता हूं कि जो भी यहां पर कर्मचारी काम करते हैं, उनका पुलिस वेरिफिकेशन होना चाहिए.

उत्तर प्रदेश विधानसभा में बुधवार को चेकिंग के दौरान डॉग स्कवॉयड को विस्फोटक मिला था. जिसके बाद जांच के लिए इसे फॉरेंसिक टेस्ट के लिए भेजा गया था. अब इसकी पुष्टि हो गई है कि ये PETN विस्फोटक है. इसे विधानसभा की सुरक्षा में एक बड़ी चूक बताया जा रहा है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे पर अहम बैठक शुरू हो गई है. बैठक में फॉरेंसिक एक्सपर्ट के साथ कई बड़े पुलिस अफसर मौजूद हैं. बैठक में सुरक्षा को लेकर चर्चा होगी. आपको बता दें कि अभी यूपी विधानसभा में बजट सत्र चल रहा है. जो विस्फोटक पाया गया है कि उसकी मात्रा 60 ग्राम है. इस मामले की जांच यूपी एटीएस को सौंप दी गई है.

कहा जा रहा है कि यह विस्फोटक नेता प्रतिपक्ष की सीट से लगभग 50-60 मीटर की दूरी पर मिला था. PETN विस्फोटक काफी खतरनाक विस्फोटकों में से एक है, ये विस्फोटक रंगहीन, गंधहीन होता है. इसे मेटल डिटेक्टर के जरिए भी ढूंढ पाना काफी मुश्किल है, लेकिन डॉग स्कवॉयड ने इसे ढूंढ निकाला.

आपको बता दें कि PETN नाम का यह पाउडर हाई इंटेंसिटी एक्सप्लोसिव है जो 12 जुलाई की शाम जो विधानसभा के भीतर मिला था. यह विस्फोटक 50 से 60 ग्राम की मात्रा में मिला था. संदिग्ध पाउडर के मिलते इसकी सूचना सबसे पहले सीएम को दी गई लेकिन कोई हंगामा ना मुझे इसलिए सदन के खत्म होने का इंतजार किया गया.

मामले के बाद गुपचुप तरीके से जांच में बुलाई गई, फॉरेंसिक एक्सपर्ट बुलाए गए और उसे जांच के लिए भेजा गया. विधानसभा सुरक्षा के मुताबिक विधानसभा खत्म होने के बाद देर रात को बम निरोधक दस्ते समेत कई जांच टीमों ने पूरे विधानसभा को खंगाला था. जब विधानसभा के तमाम अधिकारी और कर्मचारी घर चले गए तब इस विस्फोटक पाउडर को गुपचुप तरीके से फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया.

सुरक्षा में चूक पर विपक्ष का वार

समाजवादी पार्टी के नेता घनश्याम तिवारी ने कहा कि इस तरह की चूक काफी चिंताजनक है. यूपी विधानसभा प्रदेश की सबसे महत्वपूर्ण जगहों में से एक है. उन्होंने कहा कि सरकार को प्रदेश की सुरक्षा पुख्ता करनी चाहिए. वहीं कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने इस मुद्दे पर कहा कि लखनऊ शहर में डकैती हो रही है, पूरे प्रदेश में क्राइम में इजाफा हो रहा है. इस बीच विधानसभा की सुरक्षा में इस प्रकार की चूक काफी चिंताजनक है.

उन्होंने कहा कि सरकार सुरक्षा की बात करती है लेकिन बीजेपी की सरकार ने प्रदेश और देश का बुरा हाल कर दिया है. अखिलेश प्रताप सिंह ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि सुरक्षा में इस तरह की चूक ये दिखाती है कि देश बदल रहा है.