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MP में शिवराज सिंह चौहान को टक्कर देने के लिए कांग्रेस के पास हैं ये चेहरे

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कांग्रेस में विधानसभा चुनाव 2018 के लिए चेहरा प्रोजेक्ट करने के नाम पर लंबे समय से बहस चली आ रही है।
भोपाल, [रवींद्र कैलासिया]। विधानसभा चुनाव 2018 जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, कांग्रेस में नेतृत्व के मुद्दे पर पार्टी के भीतर और बाहर गहमा-गहमी बढ़ती जा रही है। तमाम सर्वे और जन मानस भले ही सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को मजबूत मान रहा हों, लेकिन उनके नाम पर इतनी आसानी से पार्टी में आम सहमति बनने के आसार दिखाई नहीं दे रहे। उनका चेहरा प्रोजेक्ट होने की डगर में इतनी बाधाएं हैं, जिनसे हाईकमान तक पार नहीं पा रहा है। अभी सवा माह इसलिए भी कुछ होते नहीं दिखाई दे रहा, क्योंकि कर्नाटक चुनाव सामने आ गए हैं।

कांग्रेस में विधानसभा चुनाव 2018 के लिए चेहरा प्रोजेक्ट करने के नाम पर लंबे समय से बहस चली आ रही है। कहा जा सकता है पिछले सवा साल से पार्टी में यह गफलत की स्थिति बनी हुई है कि चुनाव अरुण यादव के नेतृत्व में होंगे या किसी और के। किसी और में दो नाम सुर्खियों में है। पहला ज्योतिरादित्य सिंधिया का और दूसरा कमलनाथ का। आलम यह है कि जब भी कोई बड़ा नेता यहां आता है तो उसके सामने सबसे पहला सवाल यही होता है। अनिर्णय की शिकार पार्टी के ये नेता दबी जुबान से इसे कोई मुद्दा नहीं मानते, लेकिन मध्यप्रदेश जैसे राज्य में जहां भाजपा की सरकार तीन कार्यकाल पूरा कर चुकी है और सामने शिवराज सिंह चौहान जैसा चेहरा मौजूद है, वहां कांग्रेस में भी किसी नेता के प्रोजेक्शन की बात दम तो रखती है। वहीं, बड़े नेता पंजाब को छोड़कर अब तक पार्टी द्वारा यह प्रयोग किसी भी राज्य में नहीं करने का तर्क देकर सवाल को टालते रहे हैं।