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पानी-पानी मुंबई: बोरीवली में जमीन धंसने से 3 घर गिरे, 5 दिन तक भारी बारिश का अलर्ट
लगातार हो रही भारी बारिश से मुंबई एक बार फिर पान-पानी हो गई है. मौसम विभाग ने अपने पांच दिन और भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. भारी बारिश के बाद मुंबई की सड़कें समंदर बन गई हैं. लगातार हो रही बारिश की वजह से मुंबई को पानी सप्लाई करने वाली तुलसी लेक कल ओवरफ्लो हो गई. इतना ही नहीं बोरिवली पूर्व में भारी बारिश की वजह से तीन घर पूरी तरह धाराशायी हो गए हैं.
किसी भी तरह की जानहानि नहीं
बोरिवली पूर्व में ये हादसा रात 10 बजे हुआ है. मौके पर दमकल और एनडीआरएफ की टीम की तरफ से मलबा हटाने का काम जारी है. गनीमत ये रही कि हादसे में किसी भी तरह की जानहानि नहीं हुई है. वहीं, कल भी बोरिवली इलाके में ही एक बिल्डिंग में दरार आ गई थी, जिसके बाद पूरी बिल्डिंग को खाली करवा दिया गया था.
वडाला के रिहायशी इलाकों में भरा पानी
बारिश से वडाला के रिहायशी इलाकों में पानी भरा हुआ है. वहीं वडाला स्टेशन पर भी पटरियां पानी में डूबी हुई हैं. आज भी भारी बारिश का अलर्ट है. सांताक्रूज इलाके की हालत भी वैसी ही है. सड़कों पर जगह-जगह पानी भरा हुआ है. सांताक्रूज वो इलाका है जहां वीआईपी लोग रहते हैं बड़ी हस्तियों का घर यहीं पर है. मौसम विभाग, मुंबई के उप महानिदेशक केएस होसालिकर ने बताया, इस मौसम में 24 घंटे में हुई यह सर्वाधिक बारिश है. उन्होंने बताया कि इसी दौरान उपनगर सांताक्रूज में 122 मिमी बारिश हुई.
स्थिति और बिगड़ने की आशंका
मुंबई में कल दिनभर तो भारी बारिश की मार पड़ी ही. रात भी बारिश होती रही है. सायन इलाके में पानी भरा हुआ है और लगातार बारिश हो रही है. ऐसे में स्थिति और बिगड़ने की आशंका है. अंधेरी में गोखले पुल की घटना के बाद डब्ल्यूआर ने रविवार को एहतियात के तौर पर उत्तरी कैरिजवे और फुटपाथों को बंद रखने की घोषणा की थी. इस घटना में एक महिला की मौत हो गई थी.
इस मौसम में एक दिन में हुई सबसे ज्यादा बारिश
बता दें कि इस मौसम में एक दिन में हुई यह सबसे ज्यादा बारिश है, जिसके कारण कई सड़कों और गलियों में पानी भर गया. लोगों को घुटनों तक भरे पानी से गुजरना पड़ा. बारिश और कम दृश्यता के कारण वाहन सड़कों पर रेंगते रहे, सड़कों पर बने गड्ढों से समस्या और भी बिगड़ गई है.कई निचले इलाके दादर, सायन, परेल, कुर्ला, विद्याविहार, अंधेरी, मलाड और जोगेश्वरी उपनगरों में दूसरे दिन पानी भर जाने के कारण सड़क यातायात और पैदल चलने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.