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राजनाथ बोले- मॉब लिंचिंग की सबसे बड़ी घटना तो 1984 में हुई थी, कड़े कानून की दरकार
लोकसभा में विपक्ष की ओर से पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव पर जोरदार बहस में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सदन में किसी भी पार्टी के पास अकेले हमारे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की ताकत नहीं है और यही कारण है कि कई पार्टियों को मिलकर यह प्रस्ताव लाना पड़ा. साथ ही उन्होंने कांग्रेसी सांसदों की ओर से देश में लिंचिंग की घटनाओं के जिक्र के जवाब में कहा कि मॉब लिंचिंग की सबसे बड़ी घटना 1984 में हुई थी.
अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाली पार्टियां जनता के विश्वास को पढ़ नहीं पा रही हैं. विपक्ष भी जानता था कि हमारे पास सदन में बहुमत है और प्रस्ताव गिर जाएगा, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री और पार्टी का मानना था कि स्वस्थ लोकतंत्र में विपक्ष की भी अहमियत होती है इसलिए हमने फैसला लिया कि विपक्ष की इच्छा है तो हमें अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि विपक्षी दल भी इस सच्चाई को स्वीकार करेंगे कि हमारे प्रधानमंत्री ने 4 साल में अतंरराष्ट्रीय जगत में भारत की प्रतिष्ठा को बढ़ाने का काम किया है.