देश
सोनिया का मंत्र, समान विचार वाले साथ आएं, चिदम्बरम बोले- बड़ा गठबंधन हो
2019 लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी के नेतृत्व में पहली बार हो रही CWC की बैठक में दूसरी पार्टियों से गठबंधन करने और राहुल गांधी को गठबंधन का चेहरा बनाने पर ज़ोर दिया गया. सचिन पायलट, शक्ति सिंह गोहिल, रमेश चेन्निथला जैसे कुछ नेताओं ने कहा कि पार्टी को रणनीतिक गठबंधन बनाना चाहिए. साथ ही कोशिश करनी चाहिए कि गठबंधन के केंद्र में कांग्रेस हो. इन नेताओं का कहना था कि कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरें और राहुल गांधी गठबंधन का चेहरा हों.
खास बात ये है कि सोनिया गांधी से लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदम्बरम तक ने गठबंधन पर जोर दिया. चिदम्बरम का तर्क है कि 12 राज्यों में पार्टी अपने दम पर सांसदों की संख्या तिगुनी (150) कर सकती है. इसके साथ ही चिदम्बरम का कहना है कि दूसरे राज्यों में साथियों के साथ बीजेपी को रोक जा सकता है. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने चिदम्बरम के इस तर्क का समर्थन किया.
इसके साथ ही कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने कहा कि लोकतंत्र बचाने के लिए समान विचारधारा वाले दलों को व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाएं छोड़कर साथ आना चाहिए. सोनिया ने पीएम मोदी का नाम लिए बगैर कमलनाथ, चिदंबरम सरीखे नेताओं से कहा कि आरएसएस और उसकी विचारधारा से लड़ना है.
गठबंधन पर जोर देने के साथ ही CWC की बैठक में 2019 के चुनाव को देखते हुए संगठन को मज़बूत करने का संकल्प लिया गया.