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फिजूलखर्ची पर CM योगी सख्त, मंत्रियों और अधिकारियों को दिए ये कड़े निर्देश
आईआईएम लखनऊ (IIM Lucknow) से मैनेजमेंट (Management) के गुर सीखने के बाद योगी सरकार (Yogi Government) अब हर स्तर पर मैनेज होकर काम करने में जुटी है. सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सरकारी खर्चों (Government Expenditures) में कटौती को लेकर कड़े निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने सरकारी अधिकारियों और मंत्रियों को फिजूलखर्ची न करने की सलाह दी है. इसके लिए बकायदा कई गाइडलाइन्स (Guidelines) भी जारी की गई हैं और इसका पालन करने की हिदायत भी दी है.
सरकारी खजाने की फिजूलखर्ची रोकने के लिए बीते महीने ही सरकार ने नियम बदलकर सभी मंत्रियों को खुद ही टैक्स भरने के निर्देश दिए और अब कई और गाइडलाइन्स जारी की हैं.
ये जारी की है गाइडलाइन्स
– मंत्री और अफसर गाड़ियों का बेकार का इस्तेमाल न करें, जिससे पेट्रोल और डीजल की बचत हो.
– काफीले में मंत्री की गाड़ी और स्कॉर्ट के अवाला दूसरी गाड़ी न हो.
– सरकारी आवास में रेनोवेशन के नाम पर तोड़-फोड़ या नया निर्माण न कराया जाए.
– दफ्तर के लिए नया फर्नीचर नहीं खरीदा जाए.
– मंत्री और अफसर शहर से बाहर दौरे पर होटल की बजाय सरकारी गेस्ट हाउस में रुकें.
सरकार हर स्तर पर खर्चों में कटौती का खाका तैयार कर चुकी है. इसीलिए मंत्रियों को भी सरकारी कार्यक्रमों के लिए अपनी फ्लीट (काफीले) में सिर्फ राजसंपत्ति विभाग की गाड़ी के इस्तेमाल के निर्देश दिए गए हैं.
सरकार की पहल का बीजेपी संगठन ने भी स्वागत किया है. बीजेपी का दावा है कि सरकार को जनता की परवाह है इसीलिए जनहित में जरूरी फैसले लिए जा रहे हैं. सरकार ने फैसला तो सकारात्म लिया है, मगर फैसले पर अमल कितना होता है और फिजूलखर्ची पर कितनी जल्दी लगाम लग पाएगी ये कहना मुश्किल है. क्योंकि पहले भी कई ऐसे फैसले लिए जा चुके हैं, जिन्हें धरातल पर उतारने में कई अड़चने आई हैं.