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मध्य प्रदेश में जारी है अंडों पर सियासत, कांग्रेस-भाजपा में मचा घमासान

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मध्यप्रदेश की सियासत में इन दिनों अंडे को लेकर घमासान जारी है ऐक तरफ कोंग्रेस सरकारअंडे से कुपोषण खत्म करने को आमादा है तो दूसरी और भाजपा अंडे को मांसाहार बता कर इसपर आपत्ति दर्ज करवा रही है और इस घमासान में अंडे को शाकाहारी बताने वाले बयान भी सामने आ रहे है. अंडे को पोषण आहार में आवश्यक नही मानते हुए अपनी अनुभवी दलील देते हुए भाजपा विधायक चेतन कश्यप ने कोंग्रेस को नसीहत दी है कि मध्यप्रदेश की सरकार को अंडा पोषण आहार में शामिल करने के बजाए, पोषण आहार की गुणवत्ता और इसकी व्यवस्था पर ध्यान देना चहिए.

उन्होंने आगे कहा कि, आंगनवाड़ियों में पोषण आहार में गुणवत्ता वाली खाद्य सामग्री व समय निर्धारित कर डाइट दी जाए तो अंडे से ज्यादया कैलोरी बच्चों को मिलेगी. चेतन काश्यप ने बताया कि हमने स्वयं के खर्च से कुपोषण अभियान चलाया है और 2600 में से 1300 बच्चों को 6 माह में कुपोषण मुक्त किया और इसके लिए बच्चों के पोषण आहार में मूंगफली की मिठाई देते थे. बता दें इसमें करीब 250 कैलोरी होती है, जबकि 1 अंडे में केवल 70 कैलोरी होती है.

भाजपा विधायक चेतन काश्यप ने कहा कि अंडा आहार में देने के पीछे न कोई वैज्ञानिक आधार है और यह ना ही अंडा सर्वजनिक स्वीकार्य है. इसलिए मध्यप्रदेश सरकार को आंगनवाड़ियों में व्यवस्थाओं पर ध्यान देना चाइये,आँगनवाडिया समय पर खुले व बन्द होनी चाहिए. आंगनवाड़ियों में सुबह का नाश्ता व दोपहर का खाना निश्चित समय पर देना चहिये.

आपको बता दें की रतलाम विधायक चेतन काश्यप ने कुपोषण मुक्त अभियान अपने स्वयंम के खर्च से चला रहे है. पिछले वर्ष 2600 मेसे 1300 कुपोषित बच्चों को कुपोषण मुक्त किया था. इस वर्ष भी दौबारा यह अभियान शुरू कर दिया है और आंगनवाड़ियों में अपनों और से एक समय का अतिरिक्त पोष्टिक आहार देने की व्यवस्था की है.