कोरोना संकट: ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों के साथ बुलाई बैठक, इस अहम मुद्दे पर होगी चर्चा
खास बातें
भारत में अब तक कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के केस नहीं मिले हैं, लेकिन इससे प्रभावित देशों के कुछ लोग हाल ही में भारत आए, जिनके कोविड टेस्ट पॉजिटिव पाए गए।
कोरोना संकट: ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों के साथ बुलाई बैठक, इस अहम मुद्दे पर होगी चर्चा
दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से पूरी दुनिया दहशत में है। भारत सरकार ने भी इसको लेकर सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। देश के अलग-अलग हिस्सों में एयरपोर्ट पर विदेशों से आने वाले यात्रियों पर विशेष नजर रखी जा रही है। केंद्र ने हाई रिस्क श्रेणी वाले देशों से आने वाले लोगों के लिए एयरपोर्ट पर आरटीपी सीआर जांच कराने के निर्देश दिए हैं। वहीं, सरकार ने ओमिक्रॉन को लेकर राज्यों को भी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। हालांकि, राज्यों की ओर से भी सतकर्ता बरती जा रही है। केंद्र और राज्य के इन्हीं कदमों में सामंजस्य बिठाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को राज्यों के साथ बैठक बुलाई है। इसमें वे कोरोना की गाइडलाइंस को लेकर चर्चा की जाएगी।
बताया गया है कि बैठक में स्वास्थ्य मंत्री एयरपोर्ट्स पर जारी निगरानी और स्क्रीनिंग के मुद्दे पर बातचीत करेंगे। बैठक में एयरपोर्ट के सार्वजनिक स्वास्थ्य अफसरों और बंदरगाहों के स्वास्थ्य अफसरों को भी बुलाया गया है। भारत में विदेश से आईं 11 फ्लाइट्स में से छह यात्री कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। ये फ्लाइट्स उन देशों से आई थीं, जिन्हें हाई रिस्क की श्रेणी में रखा गया है। सभी संक्रमित यात्रियों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिए गए हैं। ये यात्री देश के अलग-अलग एयरपोर्ट पर टेस्टिंग के दौरान संक्रमित पाए गए। 1 दिसंबर को हाई रिस्क देशों से भारत आए 3476 यात्रियों का आरटीपीसीआर टेस्ट किया गया।
तमिलनाडु ने 1 दिसंबर से कोरोना के नए निर्देश जारी किए गए हैं। हाई रिस्क जोन से आने वाले लोगों के लिए एयरपोर्ट पर आरटीपी सीआर टेस्ट करना अनिवार्य कर दिया।