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आजमगढ़ जहरीली शराब कांड: किसी की मांग सूनी, तो किसी ने खोया बेटा और पिता, माहुल कस्बे दिखा गम और गुस्सा

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जहरीली शराब पीने से हुई मौतों को लेकर माहुल कस्बे के लोगों में चौथे दिन भी गम और गुस्सा देखने को मिला। इस घटना में किसी ने पति, बेटा तो किसी ने पिता को खो दिया। कई बच्चे बेसहारा हो गए हैं। लोगों का कहना है कि पुलिस व प्रशासन की लापरवाही के चलते घटना हुई।

माहुल कस्बे में बृहस्पतिवार को भी सन्नाटा छाया रहा। कई घरों में अब भी चूल्हे नहीं जल रहे हैं। वहीं पीड़ित परिवारों  में रोना-पीटना मचा रहा। इस घटना में किसी ने पति तो किसी ने बेटा खोया। वहीं कई बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है। घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है।

मृत झब्बू सोनकर के पुत्र अजय सोनकर तो घटना का जिक्र होते ही रो पड़ते थे। मृतक की पत्नी कौशल्या देवी का भी बुरा हाल था और वह बेहोश हो जा रही थीं। मृत रामकरन बिंद के पुत्र रमेश ने कहा कि पिता ही परिवार का सहारा थे। अब जीवन कैसे चलेगा समझ में नहीं आ रहा है।

जहरीली शराब पीने से जान गंवाने वालों में फेंकू सोनकर की मां खेदो देवी बेटे को याद कर बेहोश हो जा रही थी। कहा कि उसके चार छोटे बच्चे बेसहारा हो गए हैं। इन्हें कौन देखेगा। वहीं गुमकोठी के पंचायत मित्र रविकांत की मौत से उसका परिवार बिखर गया है।

पत्नी संगीता दो बेटियों को सीने से लगा कर रोए जा रही थीं। पिता सुरेश ने कहा कि अब परिवार कैसे चलेगा, जो चलाता था वह खुद ही चला गया। ऐसा ही कुछ माहौल क्षेत्र के राजापुर माफी, गुमकोठी, इमामगढ़, नाटी, रसूलपुर, दखिनगावा आदि में भी देखने को मिल रहा है।

राजस्व व स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद

स्वास्थ्य व राजस्व विभाग की टीमें जहरीली शराब पीने वालों को चिह्नित करने के साथ ही उन्हें अस्पताल भेजने उनकी जांच और इलाज करवाने में जुटी हैं। कस्बा समेत आसपास के क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की तीन एंबुलेंस लगातार चक्रमण कर रही हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में बीमार लोगों को अस्पताल पहुंचाया जा सके।

कहने के बाद भी नहीं कराया पोस्टमार्टम

जहरीली शराब कांड में मृत संतराम के भाई मनीराम ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है। मनीराम का कहना है कि रविवार को संतराम की तबीयत खराब होने पर अस्पताल ले जाया गया। सोमवार को उसकी मौत हो गई। हम शव लेकर घर चले आए।

तहसील की टीम आयी तो हमने पोस्टमार्टम कराने को कहा था। टीम के लोगों ने आश्वासन भी दिया लेकिन फिर टीम नहीं आई। जिस पर हमने शव को दफन कर दिया। यह पूरी घटना पुलिस व प्रशासन के लापरवाही का नतीजा है।



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