Menu

जौनपुर: महिलाओं ने पुलिस पर लगाया बेरहमी से पीटने का आरोप, सपा ने वीडियो शेयर कर सरकार पर बोला हमला

New Project (44)
nobanner

विस्तार

यूपी के जौनपुर जिले में देवरिया गांव की कुछ महिलाओं ने पुलिस पर निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटने आरोप लगाया है। साथ ही जिला मुख्यालय आकर एसपी कार्यालय में इसकी शिकायत की है। महिलाओं की मांग है कि बेरहमी से मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। मामले को लेकर समाजवादी पार्टी और भीम आर्मी ने सरकार को घेरा है।

सपा ने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें महिलाएं अपने कपड़े उठाकर तन पर लगे चोट के निशान को दिखा रही हैं। वहीं, भीम आर्मी के कुछ सदस्य शुक्रवार को देवरिया गांव में गए घटना के संबंध में जानकारी ली। इधर, पुलिस इस मामले को गलत बता रही है।

20 मार्च को पीआरवी टीम पर बोला था धावा

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि थाने में महिलाओं के साथ किसी भी प्रकार की अभद्रता या मारपीट नहीं हुई है। फिलहाल, गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है।  बदलापुर कोतवाली क्षेत्र के देवरिया गांव में बीते 20 मार्च को जियालाल गौतम व जियावन गौतम के बीच केले के फल को काट लेने की घटना पर पहुंची पुलिस की पीआरवी टीम पर राम जियावन पक्ष के लोगों ने धावा बोल दिया था।

जिसमें हेड कांस्टेबल राजेश यादव व चालक राजबिहारी को चोटें आई थी। पुलिस ने जियालाल की पुत्री राधा तथा हेड कांस्टेबल राजेश की तहरीर पर आठ लोगों पर केस दर्ज किया था। मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। इधर, जमानत मिलने के बाद सभी लोग जेल से बाहर आ गए। इसके बाद बड़ी संख्या में महिलाएं एसपी कार्यालय पहुंची।

जहां शिकायती पत्र देकर आरोप लगाई कि पुलिस ने विपक्षियों के साथ मिलकर उन्हीं के ऊपर मुकदमा दर्ज कर दिया। पुलिस ने तो क्रूरता से महिलाओं और नाबालिग बच्चों के साथ मारपीट भी की। महिलाओं का आरोप है कि पुलिस ने इतनी बेरहमी से मारपीट की है कि चमड़ी का रंग काला हो गया।

आरोप है कि पुलिस ने न तो उनका मेडिकल कराया और न ही उनकी एक बात सुनी। उल्टा, केले के पेड़ काटने के मामले में थाने पर बुलाकर बेल्ट के पट्टे और डंडे से मारपीट की। महिला के अनुसार, मामला अंबेडकर मूर्ति के चबूतरे से संबंधित है।