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नासा करेगी उड़नतश्तरियों की जांच

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दुनिया भर में 50 साल से जिस बात को लगातार खारिज किया जाता रहा है, उस पर अमेरिका गंभीर हो गया है। उड़नतश्तरियों के बारे में जांच की जिम्मेदारी नासा ने उठाई है। अमेरिका की अंतरिक्ष एजंसी नासा अब ‘यूएफओ’ यानी उड़नतश्तरियों की जांच करेगी। दुनिया की सबसे आधुनिक और सबसे बड़ी अंतरिक्ष एजंसी ने बीते हफ्ते गुरुवार को एलान किया कि वैज्ञानिकों की एक टीम का गठन किया जाएगा, जो उड़ने वाली ऐसी चीजों का अध्ययन करेगी, जिनके बारे में पता नहीं चल पा रहा है कि वे कहां से आई हैं।

अमेरिकी एजंसी ने कहा कि इस अध्ययन का केंद्र बिंदू उपलब्ध डेटा की पहचान करना, भविष्य में मिलने वाले डेटा को समझने के सबसे अच्छे तरीकों की पहचान करना और यह जानना होगा कि इस सूचना का लाभ वैज्ञानिक समझ को बेहतर बनाने में कैसे किया जा सकता है। नासा ने इस दल का नेतृत्व करने के लिए डेविड श्पेरगल को चुना है, जो प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के ‘एस्ट्रोफिजिक्स डिपार्टमेंट’ के अध्यक्ष रह चुके हैं। अध्ययन का जिम्मा डेनियल इवान्स को सौंपा जाएगा जो नासा के ‘साइंस मिशन’ निदेशालय में वरिष्ठ शोधकर्ता हैं। ईवान्स के मुताबिक, आने वाले महीनों में वैज्ञानिकों का यह दल अपनी पहली बैठक करेगा और लगभग नौ महीने लगाकर एक रिपोर्ट तैयार करेगा। नासा इस पूरे काम पर कई हजार डालर खर्च करेगा, लेकिन यह रकम एक लाख डालर से ज्यादा नहीं होगा।



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