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IAS खेमका का तंज- जनसेवा के लिए की जाती है विधायकों की खरीद-फरोख्त

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आईएएस अफसर अशोक खेमका ने इशारों-इशारों में महाराष्ट्र की सियासत पर तंज कसा है. अशोक खेमका ने अपने ट्विटर पर लिखा, ‘विधायकों की खरीद फरोख्त, उन्हें बंधक बनाना सभी जनसेवा के लिए की जाती है. जनसेवा जैसा सुअवसर छोड़ा नहीं जाता, वंचित रहने से हृदय में पीड़ा जो होती है. होने दो, खूब द्वंद होने दो. साझेदारी में तो मिल-बांट कर जनसेवा की जाएगी.’

इससे पहले अशोक खेमका ने ट्विटर पर लिखा था, ‘महाराष्ट्र में चारों पार्टियां लोगों की सेवा का मौका चाह रही. इतना पैसा लगाया इसी मौके के लिए. जब इतनी प्रतिद्वंदिता जनसेवा का अवसर प्राप्त करने के लिए हो, तो देश की तरक्की भला क्यों न हो.’ खेमका का यह ट्वीट महाराष्ट्र में जारी सियासी गतिरोध की ओर एक संकेत माना जा रहा है.

तमाम उठापटक के बाद महाराष्ट्र में गुरुवार को शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन की सरकार बनने जा रही है. इससे पहले देवेंद्र फडणवीस ने एनसीपी नेता अजित पवार के साथ मिलकर बीजेपी की सरकार चलाई थी लेकिन बहुमत न होने के कारण दोनों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. देवेंद्र फडणवीस की शपथ के तुरंत बाद विपक्षी पार्टियां सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई थीं और 24 घंटे के अंदर बहुमत साबित करने की याचिका लगाई थी.

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ करते हुए ‘महा विकास अघाड़ी’ ने मंगलवार शाम उन्हें सर्वसम्मति से अपना नेता चुन लिया. उद्धव ठाकरे का नाम एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने ‘महा विकास अघाड़ी’ की सभी दलों की बैठक में प्रस्तावित किया.

IAS अधिकारी खेमका का नाम 2012 में चर्चा में आया था, जब उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति राबर्ट वाड्रा की कंपनी और रीयल एस्टेट कंपनी डीएलएफ के बीच हुए जमीन सौदे को रद्द कर दिया था. चर्चित आईएएस अधिकारी अशोक खेमका के करियर में 50 बार से ज्यादा तबादले हो चुके हैं.