Menu

राजनीति
‘अम्बेदकर, काशीराम के रास्ते से भटक गई BSP’

nobanner

‘अम्बेदकर, काशीराम के रास्ते से भटक गई BSP’

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी छोड़ चुके पूर्व मंत्री एवं लखनऊ के मोहनलालगंज सीट से विधायक रहे आर.के. चौधरी ने बसपा अध्यक्ष मायावती पर आरोप लगाया कि वह डा. अम्बेदकर और बसपा संस्थापक कांशीराम के सपने को चकनाचूर कर रही है और विचारधारा से भटक गई है। कांशीराम द्वारा तैयार किया गया सामाजिक परिवर्तन का आंदोलन अब अंधकार में है।

मायावती ने बसपा को रियल स्टेट कंपनी बना दिया जिससे वह लाखों रुपए लेकर पार्टी के टिकट बेच रही है। अब गरीब कार्यकर्त्ताओं का बसपा में कोई स्थान नहीं है सिर्फ पूंजीपतियों को ही मायावती टिकट देती हैं। इस अवसर पर प्रैस क्लब में संवाददाताओं से चौधरी ने कहा कि बसपा संस्थापक काशीराम ने जिस पार्टी को खून-पसीने से सींच कर इतनी बड़ी पार्टी के रूप में खड़ा किया उसे मायावती बर्बाद कर रही है।

काशीराम जी ने कभी अपने कार्यकर्त्ताओं से सिर्फ 10, 20 रुपए और 100, 50 रुपए से कूपन के जरिए धन एकत्र करके बहुजन समाज पार्टी का इतना बड़ा मिशन खड़ा कर दिया। अब तो बसपा बनी बनाई पार्टी है। अब सिर्फ उसे चलाना भर रह गया है परन्तु मायावती को पैसे की ललक और भूख ने बसपा के मूवमैंट को चौपट कर दिया। चौधरी ने उदाहरण के तौर पर कहा कि 1993 में सपा-बसपा गठबंधन से विधानसभा चुनाव लडऩे के लिए पार्टी कार्यकर्त्ताओं को ही उतारा था और पहली बार बसपा के 12 विधायकों से बढ़कर 67 विधायक बने थे।

उन्होंने बताया कि फैजाबाद के जहांगीरगंज विधानसभा क्षेत्र से मास्टर घामू राम भास्कर जैसे गरीब, दबे-कुचले कार्यकत्र्ता को टिकट देकर विधायक बनाया। जबकि घामू राम ने इंटरव्यू में बताया था कि उनके पास मात्र 12 बिस्वा खेती है और 200 रुपए प्रतिमाह वेतन पर एक प्राइवेट स्कूल में नौकरी करते थे परन्तु उन्हें अच्छे कार्यकर्त्ता होने के नाते काशीराम जी ने टिकट दिया और वह विधायक चुनकर विधानसभा में पहुंचे।

उन्होंने कहा कि 17 जुलाई को पूरे प्रदेश भर में जगह-जगह बी.एस.-4 के कार्यकर्त्ताओं की बैठक होगी और उसके बाद 26 जुलाई को बिजली पासी किला मैदान में एक बहुत बड़ी रैली बी.एस.-4 के नेतृत्व होगी। जिसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि महात्मा फुले, छत्रपति शाहू जी महाराज, पेरियार और डा. अम्बेदकर और काशीराम जी की विचारधारा पर काम करके सामाजिक परिवर्तन के आंदोलन को आगे बढ़ाने की कोशिश की जाएगी।

सामाजिक परिवर्तन के महानायक एवं आरक्षण के जनक छत्रपति शाहू जी महाराज के जन्मदिवस 26 जुलाई को बी.एस.-4 का पुनर्जन्म होगा जो उत्तर प्रदेश में बसपा का विकल्प बनेगी और दलित, पिछड़े गरीबों को जोडऩे का काम करेगी।