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चिपलून में बाढ़ का पानी कोविड हॉस्पिटल में घुसा, 8 मरीजों की मौत; रायगढ़ और सतारा में लैंडस्लाइड से 44 की जान गई
भारी बारिश की वजह से महाराष्ट्र के कोल्हापुर, रायगढ़, रत्नागिरी, पालघर, ठाणे और नागपुर के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। भारी बारिश के बाद शुक्रवार को हुए हादसों में अब तक 57 लोगों की मौत हो चुकी है।
रत्नागिरी जिले के चिपलून में एक हॉस्पिटल में बारिश के दौरान लाइट चले जाने से 8 मरीजों की मौत हो गई। इस हॉस्पिटल में कोरोना के मरीजों को इलाज चल रहा है। मरने वाले सभी लोग ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। बाढ़ का पानी अपरांत हॉस्पिटल में घुसने से पावर सप्लाई ठप हो गई। इससे यह घटना हुई।
उधर, रायगढ़ के तलई गांव में पहाड़ का मलबा रिहायशी इलाके पर गिर पड़ा। इसके नीचे 35 घर दब गए। इस हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई है, 70 से ज्यादा लोग लापता हैं। 32 के शव बाहर निकाले गए हैं। सतारा के अंबेघर गांव में भी लैंड स्लाइडिंग हुई है। यहां 8 लोगों की जान गई है। मलबे के नीचे करीब 20 लोग दबे हुए हैं।
शुक्रवार को ही मुंबई से सटे गोवंडी में एक इमारत के गिरने से 4 लोगों की मौत हो गई है। सभी मृतक एक ही परिवार से हैं। हादसे में 6 जख्मी हुए हैं। घायलों को मुंबई के राजवाड़ी और सायन हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया है।
बरसाती नदियों का पानी शहरों, कस्बों और गांवों में घुस गया है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन के लिए कोंकण, मुंबई और इसके आसपास के जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। ठाणे और पालघर में भारी बारिश के कारण लो लाइंग इलाके 24 घंटे से पानी में डूबे हैं। कोंकण डिवीजन में अभी तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 8 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 700 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है।