देश
सिविल सर्विस डे पर PM मोदी ने अफसरों को दिया ‘रिफॉर्म टू परफॉर्म टू ट्रांसफॉर्म’ का मंत्र
सिविल सर्विस डे पर PM मोदी ने अफसरों को दिया ‘रिफॉर्म टू परफॉर्म टू ट्रांसफॉर्म’ का मंत्र
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नौकरशाहों को अपने कामकाज के तौर तरीकों में नए-नए प्रयोग करने और जनभागीदारी के माध्यम से देश में परिवर्तन के लिए जुटने का आज आह्वान किया। मोदी ने 10वें सिविल सर्विस दिवस कार्यक्रम के समापन समारोह को संबोधित करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को 20वीं सदी की जकडऩ भरी सोच से मुक्त होकर नई सोच और कुछ कर दिखाने की भावना के साथ देशवासियों के कल्याण के काम करने की बात कही।
उन्होंने देश के सभी साढ़े छह सौ से अधिक कालिों के बीच कार्यक्रमों एवं उपलब्धियों को लेकर एक स्वस्थ स्पर्द्धा का भी आह्वान किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह, कैबिनेट सचिव पी के सिन्हा, नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत, सचिव (प्रशासनिक सुधार एवं जनशिकायत) देवेन्द्र चौधरी मौजूद थे। मोदी ने कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित लोगों को सवा सौ करोड़ लोगों के भाग्य को बदलने का सुअवसर मिला है। अगर उनमें कुछ कर दिखाने का इरादा नहीं हो तो यह मौका किस काम का।
उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक भावना के अनुरूप वैश्विक स्पर्द्धा के कारण भारत में लोगों की अपेक्षाएं बढ़ीं हैं और उससे आगे बढऩे का एक माहौल बना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज समय की मांग है कि हर व्यक्ति को बदलाव के लिए कारण बनना है। हमें तेजी से काम करना है। रीति, नीति एवं रणनीति में बदलाव के लिए काम करना होगा। हमें अपने ढांचे से बाहर जाकर प्रयोग भी करने होंगे और उसका जोखिम भी उठाना होगा। पुरानी सदी की सोच से काम नहीं चलेगा। दुनिया में हो रहे तकनीकी बदलावों को शासन में लाकर योजनाओं को जमीन पर सफल बनाना है। उन्होंने ‘रिफॉर्म टू परफॉर्म टू ट्रांसफॉर्म’ का मंत्र देते हुए कहा कि सबसे कठिन काम परफॉर्म करना है, उसे आसान बनाना होगा। इसी से देश ट्रांसफॉर्म होगा।